शादी का सीजन खत्म होते ही खरमास शुरू हो चुका है। भारतीय परंपरा के अनुसार, इस समय कोई शुभ कार्य नहीं किए जाते, जिसका असर बाजार पर भी देखने को मिलता है। झारखंड की राजधानी रांची के सर्राफा बाजार में इस समय सोने और चांदी की कीमतों में हलचल देखी जा रही है। डिमांड कम होने के बावजूद सोने के दाम में मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
रांची में सोने-चांदी का आज का भाव
रांची के सर्राफा बाजार में आज 22 कैरेट सोने का भाव 74,050 रुपये प्रति 10 ग्राम है। वहीं, 24 कैरेट सोना 77,750 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बिक रहा है। चांदी की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ है, और यह 1,00,000 रुपये प्रति किलो के भाव पर स्थिर है।
सोने के भाव में मामूली बढ़ोतरी
सर्राफा व्यापारी और इंडियन बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के सदस्य मनीष शर्मा के अनुसार, सोने की कीमत में हल्की बढ़ोतरी हुई है।
- 22 कैरेट सोना: कल इसका भाव 73,950 रुपये प्रति 10 ग्राम था, जो आज बढ़कर 74,050 रुपये हो गया है।
- 24 कैरेट सोना: कल यह 77,650 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बिक रहा था, जो आज 77,750 रुपये हो गया है।
चांदी की कीमत स्थिर बनी हुई है
चांदी की कीमत में फिलहाल कोई बदलाव नहीं देखा गया है। यह आज भी 1,00,000 रुपये प्रति किलो पर बिक रही है, जो कल के भाव के समान है।
सोने की खरीदारी के लिए जरूरी सुझाव
अगर आप सोने के गहने खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो इन बातों का ध्यान जरूर रखें:
- हॉलमार्क की जांच करें:
हॉलमार्क सोने की गुणवत्ता की गारंटी है। भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) द्वारा प्रमाणित गहनों को ही खरीदें। यह सुनिश्चित करता है कि आपको शुद्ध सोना मिले। - कैरेट की पहचान करें:
सोने के गहनों पर 22 कैरेट के लिए 916, 24 कैरेट के लिए 999, और 18 कैरेट के लिए 750 अंक लिखा होता है। यह सोने की शुद्धता का प्रमाण है। - मेकिंग चार्ज की तुलना करें:
गहनों की कीमत में मेकिंग चार्ज जोड़ा जाता है, जो हर ज्वेलर के यहां अलग हो सकता है। खरीदने से पहले विभिन्न दुकानों की तुलना जरूर करें। - बाजार के भाव का पता करें:
खरीदारी से पहले विभिन्न ज्वेलर्स से दामों की जानकारी लें। इससे आपको सही कीमत पर गहने खरीदने में मदद मिलेगी।
सोने-चांदी की कीमतें कैसे तय होती हैं?
सोने और चांदी की कीमतें कई कारकों पर निर्भर करती हैं, जैसे:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार का प्रभाव:
वैश्विक डिमांड और सप्लाई का असर भारतीय बाजार पर भी पड़ता है। अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की मांग बढ़ती है, तो भारत में भी इसके दाम बढ़ जाते हैं। - डॉलर और रुपये का मूल्य:
रुपये के मुकाबले डॉलर की स्थिति भी सोने की कीमत को प्रभावित करती है। डॉलर मजबूत होता है तो सोना महंगा हो सकता है। - स्थानीय मांग और आपूर्ति:
शादियों और त्योहारों के दौरान सोने की मांग बढ़ जाती है, जिससे कीमतों में उछाल आ सकता है। - भविष्य के अनुमान:
बाजार के विशेषज्ञ सोने-चांदी की कीमतों को लेकर अनुमान लगाते हैं। यह भी कीमतों पर असर डालता है।
22 और 24 कैरेट सोने में क्या अंतर है?
- 24 कैरेट सोना:
यह 99.9% शुद्ध होता है और इसे गहनों के लिए उपयोग नहीं किया जाता, क्योंकि यह बहुत मुलायम होता है। - 22 कैरेट सोना:
इसमें 91.6% शुद्ध सोना होता है, और बाकी 8.4% अन्य धातुएं (जैसे तांबा, चांदी या जिंक) मिलाई जाती हैं। यह गहनों के लिए सबसे उपयुक्त है।
सोने की कीमतों पर खरमास का असर
खरमास के दौरान शुभ कार्य नहीं किए जाते, जिससे सोने-चांदी की मांग में कमी आ जाती है। यह समय गहनों की खरीदारी के लिए सही हो सकता है, क्योंकि डिमांड कम होने से दाम स्थिर रह सकते हैं। हालांकि, वर्तमान में सोने के दाम में हल्की बढ़ोतरी देखी गई है।
सोने की खरीदारी कब फायदेमंद है?
शादियों और त्योहारों के समय सोने की कीमतों में तेजी देखी जाती है। अगर आप निवेश के उद्देश्य से सोना खरीदना चाहते हैं, तो बाजार की स्थिरता के समय खरीदारी करना बेहतर हो सकता है।
रांची में सोने-चांदी की कीमतों में मामूली बदलाव देखा गया है। 22 और 24 कैरेट सोने की कीमतें बढ़ी हैं, जबकि चांदी की कीमत स्थिर है। गहने खरीदते समय हॉलमार्क, कैरेट की शुद्धता और मेकिंग चार्ज पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। अगर आप सोने या चांदी की खरीदारी की योजना बना रहे हैं, तो बाजार की ताजा जानकारी लेकर ही खरीदारी करें। यह सुनिश्चित करेगा कि आपको सही दाम पर बेहतरीन गुणवत्ता का सोना मिले।