नए साल के साथ ही सोने और चांदी की कीमतों में तेजी का सिलसिला जारी है। शनिवार, 4 जनवरी 2025 को देशभर में सोने और चांदी की कीमतों में उल्लेखनीय बढ़ोतरी देखी गई। सोने की बढ़ती कीमतों ने निवेशकों और ग्राहकों का ध्यान आकर्षित किया है। आइए जानते हैं सोने और चांदी के ताजा दाम, कीमतों में बढ़ोतरी के कारण, और इनका असर।
सोने की कीमत में 750 रुपये की तेजी
आज, 4 जनवरी 2025 को 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत में 750 रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गई। देश के प्रमुख शहरों में 24 कैरेट सोना लगभग 79,300 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है, जबकि 22 कैरेट सोने का दाम 72,700 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास है।
चांदी के दाम में 2,000 रुपये की उछाल
चांदी की कीमतों में भी बड़ा उछाल देखा गया है। आज एक किलोग्राम चांदी का भाव 92,500 रुपये हो गया है, जो कि पिछले दिन के 90,500 रुपये से 2,000 रुपये अधिक है। यह तेजी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बढ़ती मांग का नतीजा है।
शहरों में सोने का ताजा रेट
शहर का नाम | 22 कैरेट गोल्ड रेट (₹) | 24 कैरेट गोल्ड रेट (₹) |
---|---|---|
दिल्ली | 72,750 | 79,350 |
नोएडा | 72,750 | 79,350 |
गाजियाबाद | 72,750 | 79,350 |
जयपुर | 72,750 | 79,350 |
गुड़गांव | 72,750 | 79,350 |
लखनऊ | 72,750 | 79,350 |
मुंबई | 72,600 | 79,200 |
कोलकाता | 72,600 | 79,200 |
पटना | 72,650 | 79,250 |
अहमदाबाद | 72,650 | 79,250 |
भुवनेश्वर | 72,600 | 79,200 |
बेंगलुरु | 72,600 | 79,200 |
सोने की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण
- अंतरराष्ट्रीय बाजार का प्रभाव
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत 2,640 डॉलर प्रति औंस के ऊपर पहुंच गई है। इस तेजी का असर घरेलू बाजार पर भी पड़ा है, जिससे सोने की कीमतें बढ़ी हैं। - घरेलू बाजार में निवेशकों की बढ़ती मांग
निवेशकों का रुझान सोने की ओर बढ़ा है, खासकर आर्थिक अनिश्चितताओं के दौर में। सुरक्षित निवेश विकल्पों की तलाश में सोने की मांग बढ़ रही है। - रुपये की कमजोरी
रुपये की कमजोर स्थिति ने भी सोने को महंगा करने में भूमिका निभाई है। जब रुपये का मूल्य घटता है, तो सोने की कीमतों में बढ़ोतरी होती है। - अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों का प्रभाव
अमेरिका से बेरोजगारी और पीएमआई जैसे आर्थिक आंकड़ों ने सोने की कीमतों में अस्थिरता को बढ़ावा दिया है।
चांदी की कीमत में बढ़ोतरी के कारण
चांदी की कीमतों में उछाल का मुख्य कारण घरेलू और औद्योगिक मांग में वृद्धि है। चांदी का उपयोग न केवल आभूषणों में बल्कि औद्योगिक उत्पादों में भी किया जाता है।
सोने की कीमत कैसे तय होती है?
सोने की कीमत कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे:
- लोकल डिमांड: भारत में सोने की मांग का बड़ा हिस्सा आभूषणों के लिए होता है। त्योहारों और शादियों के सीजन में यह मांग और बढ़ जाती है।
- अंतरराष्ट्रीय बाजार का प्रभाव: डॉलर में होने वाले उतार-चढ़ाव और वैश्विक बाजार में सोने की कीमत का असर घरेलू बाजार पर भी पड़ता है।
- अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतियां: ब्याज दरों में बदलाव का सीधा प्रभाव सोने की कीमत पर पड़ता है।
- आर्थिक अनिश्चितताएं: जब आर्थिक स्थितियां अस्थिर होती हैं, तो निवेशक सोने में निवेश करना सुरक्षित समझते हैं।
आने वाले समय में क्या होगा?
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में सोने और चांदी की कीमतों में और बढ़ोतरी हो सकती है। वैश्विक बाजार में अस्थिरता, अमेरिकी आर्थिक नीतियां, और भारत में बढ़ती मांग इस बढ़ोतरी को प्रोत्साहित कर सकती हैं।
सोने और चांदी की कीमतों में तेजी निवेशकों और ग्राहकों दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। जहां एक ओर यह निवेश के लिए आकर्षक विकल्प बन रहा है, वहीं दूसरी ओर आम जनता के लिए आभूषण खरीदना महंगा हो सकता है। ऐसे में अगर आप सोने या चांदी में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो मौजूदा बाजार स्थिति को ध्यान में रखकर फैसला करें।
निवेश करते समय सतर्क रहें और बाजार के विशेषज्ञों की सलाह जरूर लें।