मध्य प्रदेश की महिलाओं के लिए शुरू की गई लाडली बहना योजना ने लाखों महिलाओं को आर्थिक मदद प्रदान की है। लेकिन अब इस योजना से जुड़ी नई जानकारी सामने आई है, जो उन महिलाओं के लिए चिंता का विषय बन सकती है, जो इसका लाभ ले रही हैं। इस लेख में हम योजना से जुड़ी ताजा खबर, लाभ पाने की पात्रता, और योजना से बाहर होने के कारणों पर चर्चा करेंगे।
क्यों महिलाओं के नाम योजना से हटाए जा रहे हैं?
लाडली बहना योजना का लाभ केवल 21 से 60 वर्ष की उम्र की महिलाओं को दिया जाता है। जिन महिलाओं की उम्र 60 साल पार कर चुकी है, उन्हें इस योजना से बाहर कर दिया गया है। इसके पीछे मुख्य कारण यह है कि 60 साल से अधिक उम्र की महिलाओं के लिए सरकार द्वारा वृद्धावस्था पेंशन योजना का प्रावधान है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, 2023 से अब तक लगभग 9000 महिलाएं इस योजना से बाहर हो चुकी हैं। इनमें से कई महिलाएं जनवरी 2024 में बाहर हुईं, और ऐसा अनुमान है कि जनवरी 2025 में भी बड़ी संख्या में महिलाएं इस योजना से बाहर हो सकती हैं।
आधार कार्ड की गलत जानकारी बनी समस्या
लाडली बहना योजना का लाभ उठाने के लिए आधार कार्ड में सही जन्मतिथि और मोबाइल नंबर होना अनिवार्य है। योजना के तहत कई महिलाओं के आधार कार्ड में जन्मतिथि 1 जनवरी दर्ज की गई थी। इस कारण जनवरी 2024 में लगभग 2917 महिलाएं 60 वर्ष की उम्र पार कर गईं, जिससे वे योजना से बाहर हो गईं।
इसी तरह, जनवरी 2025 में भी बड़ी संख्या में महिलाएं इस वजह से योजना का लाभ खो सकती हैं। कई महिलाएं अब आधार कार्ड में अपनी जन्मतिथि सही कराने के लिए आवेदन कर रही हैं, ताकि वे योजना का लाभ दोबारा प्राप्त कर सकें।
लाडली बहना योजना की पात्रता
लाडली बहना योजना का लाभ केवल उन्हीं महिलाओं को मिलता है, जो निम्नलिखित शर्तें पूरी करती हैं:
- उम्र सीमा: महिला की उम्र 21 से 60 साल के बीच होनी चाहिए।
- आय सीमा: परिवार की कुल वार्षिक आय ₹2.5 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- आयकर: परिवार का कोई भी सदस्य आयकर दाता नहीं होना चाहिए।
- संपत्ति: परिवार में कोई चार पहिया वाहन (ट्रैक्टर को छोड़कर) या 5 एकड़ से अधिक कृषि भूमि नहीं होनी चाहिए।
- अन्य: सरकारी नौकरी करने वाला या नेता परिवार का सदस्य नहीं होना चाहिए।
इसके अलावा, विवाहित महिलाओं के साथ-साथ विधवा, तलाकशुदा, और परित्यक्ता महिलाएं भी इस योजना का लाभ उठा सकती हैं।
लाडली बहना योजना का इतिहास
लाडली बहना योजना की शुरुआत मार्च 2023 में मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की थी। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है।
योजना की पहली किस्त 10 जुलाई 2023 को जारी की गई थी। शुरुआत में महिलाओं को ₹1000 प्रति माह की राशि दी गई थी, जिसे बाद में बढ़ाकर ₹1250 प्रति माह कर दिया गया। अब तक योजना की 19 किस्तें सफलतापूर्वक लाभार्थियों के खातों में ट्रांसफर की जा चुकी हैं।
20वीं किस्त कब मिलेगी?
लाडली बहना योजना की 19वीं किस्त 11 दिसंबर 2024 को जारी की गई थी। अब लाभार्थी महिलाओं को 20वीं किस्त का इंतजार है। योजना के नियमों के अनुसार, 20वीं किस्त 1 जनवरी से 10 जनवरी 2025 के बीच ट्रांसफर की जाएगी। हालांकि, अभी तक इसकी आधिकारिक तारीख का ऐलान नहीं हुआ है।
शिकायत और समाधान के उपाय
जिन महिलाओं का नाम योजना से अचानक हट गया है, वे सीएम हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज करवा सकती हैं। इसके अलावा, आधार कार्ड में जन्मतिथि सुधारने के लिए आवेदन करना भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
महिलाएं अपने निकटतम आधार केंद्र पर जाकर अपनी जानकारी सही करवा सकती हैं, ताकि वे योजना का लाभ दोबारा प्राप्त कर सकें।
योजना से बाहर होने पर क्या करें?
यदि किसी महिला का नाम लाडली बहना योजना से हट गया है और उसकी उम्र 60 वर्ष से अधिक हो चुकी है, तो वह वृद्धावस्था पेंशन योजना का लाभ ले सकती है। यह योजना बुजुर्ग महिलाओं के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करती है।
लाडली बहना योजना महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक सराहनीय कदम है। हालांकि, उम्र और आधार कार्ड की जानकारी से जुड़ी समस्याओं के कारण कई महिलाएं इस योजना से बाहर हो रही हैं।
जो महिलाएं योजना का लाभ उठाना चाहती हैं, उन्हें पात्रता शर्तों का पालन करना होगा और अपनी जानकारी सही रखनी होगी। सरकार द्वारा दिए गए समाधान जैसे सीएम हेल्पलाइन और आधार सुधार प्रक्रिया का उपयोग करके महिलाएं अपनी समस्याओं का समाधान पा सकती हैं।
आने वाले समय में लाडली बहना योजना के लाभार्थियों को बेहतर सुविधा और सहायता मिले, इसके लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। महिलाओं को योजना से जुड़े किसी भी बदलाव की जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट और हेल्पलाइन नंबर पर नजर रखनी चाहिए।