मकर संक्रांति से पहले बिहार में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी देखने को मिली है। राजधानी पटना समेत राज्य के अन्य जिलों में ईंधन के दाम घटे हैं। पेट्रोल में 17 पैसे और डीजल में 16 पैसे की गिरावट उपभोक्ताओं के लिए राहत लेकर आई है।
पटना में पेट्रोल और डीजल की कीमतें
राजधानी पटना में अब पेट्रोल की कीमत 105.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.26 रुपये प्रति लीटर हो गई है। यह गिरावट उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो ईंधन पर अधिक निर्भर रहते हैं।
अन्य जिलों में पेट्रोल के दाम
बिहार के अन्य जिलों में पेट्रोल की कीमतें इस प्रकार हैं:
- अरवल: 105.81 रुपये प्रति लीटर
- बेगूसराय: 105.05 रुपये प्रति लीटर
- बक्सर: 106.54 रुपये प्रति लीटर
- दरभंगा: 106.04 रुपये प्रति लीटर
- पूर्णिया: 106.71 रुपये प्रति लीटर
- गया: 105.94 रुपये प्रति लीटर
- सिवान: 106.61 रुपये प्रति लीटर
अन्य जिलों में डीजल के दाम
डीजल की कीमतें भी पेट्रोल की तरह परिवहन लागत और वैट से प्रभावित होती हैं। बिहार के प्रमुख जिलों में डीजल के दाम इस प्रकार हैं:
- अरवल: 92.63 रुपये प्रति लीटर
- बेगूसराय: 91.90 रुपये प्रति लीटर
- दरभंगा: 92.83 रुपये प्रति लीटर
- गया: 92.75 रुपये प्रति लीटर
- पूर्णिया: 93.46 रुपये प्रति लीटर
- सिवान: 93.38 रुपये प्रति लीटर
पेट्रोल-डीजल की कीमतें कैसे तय होती हैं?
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें कई कारकों पर निर्भर करती हैं। इनमें मुख्यतः शामिल हैं:
- आधार मूल्य (बेस प्राइस): तेल कंपनियों द्वारा ईंधन का आयात मूल्य।
- एक्साइज ड्यूटी: केंद्र सरकार द्वारा वसूला जाने वाला टैक्स।
- वैट: राज्य सरकार द्वारा लगाया जाने वाला वैल्यू एडेड टैक्स।
- डीलर कमीशन: पेट्रोल पंप डीलर्स को मिलने वाला कमीशन।
पेट्रोल की कीमत का ब्रेकअप
मान लें कि बिहार में पेट्रोल की कीमत 110 रुपये प्रति लीटर है। इसका ब्रेकअप इस प्रकार है:
- बेस प्राइस: 52.80 रुपये
- एक्साइज ड्यूटी: 38.50 रुपये
- डीलर कमीशन: 16.50 रुपये
- वैट: 2.20 रुपये
कुल मिलाकर यह 110 रुपये प्रति लीटर बनता है।
डीजल की कीमत का ब्रेकअप
यदि डीजल की कीमत 90 रुपये प्रति लीटर है, तो इसका ब्रेकअप इस प्रकार है:
- बेस प्राइस: 43.20 रुपये
- एक्साइज ड्यूटी: 31.50 रुपये
- डीलर कमीशन: 13.50 रुपये
- वैट: 1.80 रुपये
यह कुल 90 रुपये प्रति लीटर बनता है।
मकर संक्रांति से पहले कीमतों में गिरावट क्यों?
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में गिरावट के पीछे कई प्रमुख कारण हैं:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में कमी: वैश्विक बाजार में तेल की कीमतों में गिरावट का सीधा असर भारत में ईंधन की कीमतों पर पड़ता है।
- रुपये की मजबूती: डॉलर के मुकाबले रुपये की स्थिति मजबूत होने से आयात लागत कम हो जाती है।
- स्थानीय सरकार की नीतियां: राज्य और केंद्र सरकार द्वारा टैक्स में बदलाव भी कीमतों को प्रभावित करता है।
क्या कीमतें और गिर सकती हैं?
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर कच्चे तेल की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्थिर रहती हैं और रुपये की मजबूती जारी रहती है, तो पेट्रोल-डीजल की कीमतों में और गिरावट हो सकती है। हालांकि, वैश्विक अर्थव्यवस्था और मांग-आपूर्ति का संतुलन भी इसमें अहम भूमिका निभाएगा।
बिहार में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आई गिरावट उपभोक्ताओं के लिए राहत लेकर आई है। मकर संक्रांति से पहले यह कमी न केवल लोगों के बजट को प्रभावित करेगी, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था पर भी सकारात्मक प्रभाव डालेगी। उपभोक्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे अपने खर्चों की योजना बनाते समय इन परिवर्तनों को ध्यान में रखें।